जबलपुर. मदनमहल-दमोहनाका निर्माणाधीन लाईओवर में साइट में सडक़ के किनारे निर्माणाधीन नालों में कई स्पॉट पर पानी की पुरानी पाइप लाइन अंदर ही छोड़ दी जा रही है। पाइप लाइन को न तो अन्य स्थान पर शिट किया जा रहा है और न ही ड्रेनेज के अंदर से हटाया जा रहा है। निर्माण एजेंसी राज्य लोक निर्माण विभाग की ये अजब-गजब इंजीनियरिंग देखकर सभी हैरान हैं। तकनीकी विशेषज्ञों का कहना है कि अगर पानी की पाइप लाइन को ड्रेनेज के अंदर कवर्ड कर दिया गया तो उसमें लीकेज आने पर पानी दूषित हो जाएगा। इतना ही नहीं पानी की पाइप लाइन ड्रेनेज के अंदर रहने से बरसात के दिनों में कचरा भी अटकेगा। नाला कवर्ड होने के कारण उसकी सफाई भी संभव नहीं होगी।
बलदेव बाग का मामला बलदेवबाग में कवर्ड नाले का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए पहले से बिछी पानी की पाइप लाइन को नहीं हटाया गया। बल्कि उसे अंदर करके निर्माणाधीन नाले की दोनों रिटेनिंग वॉल बनाने के लिए लोहा का जाल बांध दिया गया। इसके पहले इसी तरह से रानीताल चौराहा में भी लाईओवर की साइट पर गढ़ा फाटक छोर में पानी की पाइप लाइन को ड्रेनेज के अंदर ही छोड़ दिया गया है।
सीवरेज की लाइन ही नहीं बिछाई मामला नगर निगम प्रशासन की जानकारी में आने के बाद ड्रेनेज की निर्माण एजेंसी राज्य लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से चर्चा की गई प्रोजेक्ट में एक और तकनीकी त्रुटि उजागर हुई है। बताया गया कि लोक निर्माण विभाग ने केवल स्ट्रॉम वाटर यानी बरसाती पानी के लिए ही ड्रेनेज का निर्माण किया है। यानी सीवरेज लाइन बिछाई ही नहीं गई है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि सीवरेज के पानी की निकासी कैसे होगी। इस मामले में लोक निर्माण विभाग का पक्ष है कि सीवरेज की पाइप लाइन उनकी ओर से नहीं बिछाई जाती।
Hindi News/ Jabalpur / गजब इंजीनियरिंग: अब सीवर लाइन के लिए खोदी जायगी फ्लाईओवर की सड़क!