जनवरी में बीटा 2 पुलिस द्वारा रवि काना और उसके गिरोह के 15 सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। इससे पहले नोएडा के थाना सेक्टर- 39 में रवि काना और उसके सहयोगियों पर गैंगरेप का मुकदमा दर्ज हुआ था।
पुलिस ने रवि काना के खिलाफ जारी की थी रेड कॉर्नर नोटिस
लंबे समय से पुलिस रवि की तलाश कर रही थी। रवि के गिरोह के काफी सदस्य और उसकी पत्नी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था। रवि और उसकी गर्लफ्रेंड लगातार फरार चल रहे थे। पुलिस को पहले ही शक था कि वह देश छोड़कर कहीं भाग चुका है। इसी को लेकर उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था। नोएडा पुलिस इस मामले में थाईलैंड पुलिस के संपर्क में भी थी। शुक्रवार रात को इन दोनों को इंडिया डिपोर्ट किया गया, जिसके बाद एयरपोर्ट से नोएडा पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। रवि काना और काजल झा को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ भी की गई। इस दौरान पुलिस ने सवालों की लंबी फेहरिस्त तैयार की। जिसमें रवि काना से 45 सवाल, और काजल से करीब 38 सवाल पूछे गए। उनके राजनीतिक और प्रशासनिक अधिकारियों संरक्षण देने वालों के बारे में पूछा गया।
कई सफेदपोश अफसरों के नाम आए सामने
बताया जा रहा है कि इस दौरान रवि काना ने कई सफेदपोशों और अफसरों के नाम पुलिस को बताए हैं। पुलिस ने रवि को कोर्ट में पेश कर उसकी रिमांड मांगी है। रवि काना हरेंद्र प्रधान दादूपुर का छोटा भाई है। हरेंद्र प्रधान की हत्या वर्ष 2015 में सुंदर भाटी ने करवाई थी। हरेंद्र नागर हत्याकांड गौतमबुद्ध नगर के चर्चित हत्याकांड में शामिल है। हरेंद्र नागर की हत्या होने के बाद स्क्रैप और सरिया तस्करी का सारा काम रवि काना ने संभाल लिया था। पुलिस ने रवि काना पर एफआईआर दर्ज होने के बाद से उसके गिरोह के सदस्यों की करीब 250 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति को कुर्क कर लिया था। बीटा 2 थाने में रवि काना सहित 16 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई हुई थी, अब इन सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।