घटना 23 अप्रैल की है। मेरठ के जानी थाना क्षेत्र में पुलिस को एक शव पड़ा हुआ मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। बाद में इसकी पहचान सिविल लाइन थाना क्षेत्र के सूरजकुंड में रहने वाले नरेंद्र के रूप में हुई। नरेंद्र दिव्यांग था और मेरठ के सूरजकुंड में पड़ने वाले एक पशु चिकित्सालय में बतौर चतुर्थ श्रेणी काम करता था। अभी तक यह बात पुलिस को समझ नहीं आ रही थी कि मामला दुर्घटना का है ? आत्महत्या का है ? या फिर हत्या का है। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई तो पुलिस ने इस पूरे प्रकरण की जांच पड़ताल शुरू कर दी। इसी बीच पुलिस को पता चला कि नरेंद्र की पत्नी के संबंध मेरठ के ही रहने वाले धीरज नाम के युवक से हैं। पुलिस को शक हुआ और पुलिस ने इसकी पत्नी को हिरासत में ले लिया। जब इसकी पत्नी से पुलिस ने पूछताछ की तो पत्नी ने पुलिस को घुमाना शुरू कर दिया लेकिन जब पुलिस सख्ती से पेश आई तो पत्नी ने मुंह खोल दिया और एक सनसनी खेज खुलासा किया।
पत्नी ने बताया कि उसके संबंध धीरज से हैं। बताया कि, उसने दिव्यांग पति को मारकर अपना प्यार और नौकरी दोनों ही पाने की योजना बनाई थी। 23 अप्रैल को महिला का प्रेमी अपने दो साथी अमनदीप और चांद के साथ नरेंद्र यानी महिला के पति को घुमाने के लिए ले गया। बाद में उसे जमकर शराब पिलाई। जब वह नशें में डूब गया तो उसे पानी में डुबोकर मार दिया। पुलिस ने महिला और उसके प्रेमी समेत दोनों साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया है।