आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सोशल मीडिया ‘X’ पर लिखा, ”परिवारवादी “पार्टियों” को बहन जी से सीखना चाहिए और “इम्मेच्योर” लड़कों को हटा कर “मेच्योर ” नेताओं को अपना “नेतृत्व” सौंपना चाहिए।”
सीतापुर में आकाश आनंद के खिलाफ दर्ज किया गया था मुकदमा
आकाश आनंद से सीतापुर में एक रैली को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार को आतंकवादियों की सरकार और जूते मारने की बात कही थी। इस विवादित बयान के बाद आकाश आनंद और तीन प्रत्याशियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद मायावती ने पहले भतीजे की रैलियों पर रोक लगा दी। इसके बाद में मायावती ने मंगलवार को आकाश आनंद को अपने उत्तराधिकारी और नेशनल कोऑर्डिनेटर के पद से हटा दिया।
मायावती ने आकाश आनंद को किया पद मुक्त
मायावती ने सोशल मीडिया ‘X’ पर लिखा, ”विदित है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है जिसके लिए कांशीराम व मैंने खुद भी अपनी पूरी ज़िन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है। इसी क्रम में पार्टी में, अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही आकाश आनन्द को नेशनल कोऑर्डिनेटर और अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, किन्तु पार्टी और मूवमेंट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है। जबकि इनके पिता आनंद कुमार पार्टी व मूवमेन्ट में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेंगें। अतः बीएसपी का नेतृत्व पार्टी और मूवमेन्ट के हित में एवं बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग और कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है।”