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जयपुर

27 दिन से जांच टीमों के नाम पर अटके, अंग प्रत्यारोपण फर्जीवाड़े के जिम्मेदार राह से भटके

जयपुर। अंग प्रत्यारोपण के लिए फर्जी एनओसी जारी करने का खुलासा होने के बाद पुलिस और चिकित्सा शिक्षा विभाग के बीच संयुक्त जांच टीम (जेआइटी) बनाने पर बना हुआ सस्पेंस अब समाप्त हो गया है। बताया जा रहा है कि एक्ट और सुप्रीम कोर्ट के निर्णय अनुसार मामले की जांच एक्ट के तहत नामित अधिकारी […]

जयपुरMay 04, 2024 / 12:47 pm

Vikas Jain

जयपुर। अंग प्रत्यारोपण के लिए फर्जी एनओसी जारी करने का खुलासा होने के बाद पुलिस और चिकित्सा शिक्षा विभाग के बीच संयुक्त जांच टीम (जेआइटी) बनाने पर बना हुआ सस्पेंस अब समाप्त हो गया है। बताया जा रहा है कि एक्ट और सुप्रीम कोर्ट के निर्णय अनुसार मामले की जांच एक्ट के तहत नामित अधिकारी ही कर सकता है। इस विधिक राय के बाद अब एक से अधिक नामित अधिकारी बनाकर पूरे मामले की जांच करवाने की तैयारी की जा रही है।
अब प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत डॉ. रश्मि गुप्ता नामित अधिकारी हैं। सात अप्रेल को डीसीपी पूर्व कार्यालय में मामला दर्ज कराने गई चिकित्सा शिक्षा विभाग की चार सदस्यीय टीम और पुलिस के बीच मामले की विस्तृत जांच के लिए जेआइटी बनाने पर सहमति बनी थी। मामला मानव अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण अधिनियम से जुड़ा होने के कारण विभाग ने इसे विधिक परीक्षण के लिए भेजा था।
राठौड़-सराफ ने उठाए जांच पर सवाल

इस बीच, भाजपा नेता राजेन्द्र राठौड़ और विधायक कालीचरण सराफ ने मामले में पुलिस और चिकित्सा विभाग की जांच प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए सख्त एक्शन लिए जाने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखा है। राठौड़ ने अपने पत्र में सीएम को स्पेशल जांच टीम (एसआइटी) गठित करने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान तीन साल से कमेटी की बैठक नहीं होने से साफ है कि पूरा फर्जीवाड़ा कांग्रेस सरकार के संरक्षण में होता रहा। उन्होंने कहा कि मामला सामने आने के बावजूद आज तक स्टेट ऑर्गन एवं टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन (सोटो), चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और अन्य कमेटी ने इस प्रकरण में कोई विशेष कदम नहीं उठाए हैं। जिसके कारण पूरे देश में राज्य की बदनामी हो रही है। सराफ ने मामले की जांच एनआइए से करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस व एसीबी केवल छोटी मछलियों को पकड़ सकी है। उक्त एजेंसियां केवल रिकॉर्ड खंगाल रही हैं। सराफ ने कहा कि एक चिकित्सक सोटो के अध्यक्ष पद पर से हटने के पश्चात भी कार्य करते रहे। इसका खुलासा आज तक एसीबी व पुलिस नहीं कर सकी।

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