रजनी पाटिल, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मुकुल वासनिक, सुखविंदर सिंह सुक्खू, रणदीप सिंह सुरजेवाला, प्रमोद तिवारी, चरणजीत सिंह चन्नी, आलोक शर्मा, इमरान प्रतापगढ़ी, कन्हैया कुमार, पवन खेड़ा, अलका लांबा, बीवी श्रीनिवास और वरुण चौधरी शामिल हैं।
कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में शामिल प्रदेश के नेता हरीश चौधरी, हेमाराम चौधरी, नीरज डांगी, धीरज गुर्जर, रघु शर्मा, अशोक चांदना, हाकम अली, डूंगरराम गेदर, शिमला देवी नायक और रामलाल मीना अपने क्षेत्रों तक ही सीमित रहे। ये नेता प्रदेशभर में कहीं दौरे करते नजर नहीं आए।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी स्टार प्रचारक बनाए गए थे। लेकिन उन्हें भीलवाड़ा लोकसभा सीट पर प्रत्याशी बनाए जाने के चलते वे अपनी सीट पर ही फंस कर रह गए।
केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी, स्मृति ईरानी, गुजरात सीएम भूपेन्द्र पटेल, उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी, एमपी सीएम मोहन यादव, पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़, महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस, ओम प्रकाश माथुर, हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर किसी भी चरण में प्रचार के लिए राजस्थान नहीं आए।
भाजपा में ऐसे छह स्टार प्रचारक हैं, जो चुनाव भी लड़ रहे हैं। ये सभी अपने ही लोकसभा क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं। भूपेन्द्र यादव, अर्जुनराम मेघवाल, गजेन्द्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, सी.पी. जोशी, ओम बिरला खुद ही चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, स्टार प्रचारक वसुंधरा राजे अपने पुत्र के अलावा किसी अन्य सीट पर प्रचार के लिए नहीं गईं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और चित्तौड़गढ प्रत्याशी सीपी जोशी जरूर एक-दो सभाओं में अपनी सीट छोड़कर गए।
फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत और पहलवान दलीप सिंह राणा उर्फ खली को भाजपा ने अपने प्रत्याशियों के समर्थन में रोड शो करने के लिए बुलाया। खली तो तीन दिन से बाड़मेर में ही मौजूद हैं। कंगना रनौत के मंगलवार को पाली और जोधपुर में रोड शो किए। बुधवार को उनके बाड़मेर और जैसलमेर में रोड शो प्रस्तावित हैं।