क्राइम ब्रांच को ई-मेल आइडी हैक होने का पता चला तो तकनीकी टीम ने जुटाया कि दसवीं तक पढ़े आरोपी ने बड़ी संख्या में बैंक खातों को फ्रीज व अनफ्रीज करवा रखा है। जांच में सामने आया कि आरोपी सिंगापुर के वीपीएन सर्वर को उपयोग में ले रहा था। आरोपी ने कई अधिकारियों की फर्जी सील व हस्ताक्षर कर ई-मेल से कई लोगों की गोपनीय जानकारी लेने के लिए पत्र भेज रखे थे। कई लोगों की गोपनीय जानकारी निकलवाकर उन्हें ब्लैकमेल करता था। आरोपी कई लोगों के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाकर बेचने का काम भी करता था।
आरोपी जालसाजी के मामले में पहले मुम्बई, दिल्ली और हैदराबाद में गिरफ्तार हो चुका है। अब राजस्थान क्राइम ब्रांच आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है।